मंगल दोष (Kuja Dosha / Mangal Dosha) : विवाह में देरी और उसके उपाय
प्रस्तावना वैदिक ज्योतिष में विवाह का महत्व अत्यंत गहरा है। जब भी विवाह में देरी, कलह, अस्थिरता या बार-बार रिश्ते […]
प्रस्तावना वैदिक ज्योतिष में विवाह का महत्व अत्यंत गहरा है। जब भी विवाह में देरी, कलह, अस्थिरता या बार-बार रिश्ते […]
प्रस्तावना वैदिक ज्योतिष में विवाह जीवन का एक अत्यंत महत्वपूर्ण अध्याय है। जिस प्रकार जन्म कुंडली (D-1) से किसी व्यक्ति
भारतीय समाज में विवाह केवल एक व्यक्तिगत निर्णय नहीं बल्कि पारिवारिक और सामाजिक दृष्टि से भी अत्यंत महत्वपूर्ण माना जाता
विवाह (Marriage) भारतीय संस्कृति और जीवन का एक महत्वपूर्ण संस्कार है। यह केवल दो व्यक्तियों का साथ नहीं बल्कि दो
वैदिक ज्योतिष (Vedic Astrology) में विवाह को केवल एक सामाजिक संबंध नहीं, बल्कि कर्म और भाग्य का बंधन माना गया
भारतीय वैदिक ज्योतिष (Vedic Astrology) में सप्तम भाव (7th House) को विवाह, पार्टनरशिप और लाइफ पार्टनर का घर माना गया
वैदिक ज्योतिष में प्रत्येक ग्रह का मानव जीवन पर गहरा प्रभाव माना गया है। इनमें से शुक्र ग्रह (Venus) को
प्रस्तावना भारतीय वैदिक ज्योतिष में विवाह के लिए कुंडली मिलान का विशेष महत्व है। विवाह को केवल दो व्यक्तियों का
वेदिक ज्योतिष एक अद्भुत विज्ञान है, जो केवल जन्मकुंडली ही नहीं बताता बल्कि जीवन की दिशा और दशा भी स्पष्ट
वेदिक ज्योतिष में सप्तम भाव (7th House) को विवाह, साझेदारी और दांपत्य सुख का मुख्य आधार माना जाता है। यह